खगोलिकी भा खगोलशास्त्र (अंग्रेजी: astronomy) विज्ञान के एगो शाखा हउवे जेह में पृथिवी के बाहर आकाश भा अंतरिक्ष में मौजूद चीजन, जइसे की ग्रह, नक्षत्र आ आकाश गंगा आदि क पढ़ाई आ रिसर्च होल। प्राचीन काल में एहमें ग्रहन क गति आ आकाश में स्थिति क पूर्वानुमान लगावे का भी अध्ययन होखे आ एकर जुड़ाव ज्योतिष आ भूगोल दुनों से रहल।
खगोलिकी के बिना-सुलझल सवाल
हालाँकि, खगोलिकी रुपी ई बैज्ञानिक शाखा बहुत गजब के बिकास कइले बा आ प्रकृति आ ब्रह्मांड के समझ बढ़ावे में मददगार भइल बाटे, अभिन ले बहुत सारा सवाल अइसन बाड़ें जिनाहन के जबाब मिले के बाकी बाटे। एह सवालन के जबाब खाती नया जमीन आ स्पेस आधारित उपकरण आ औजार बनावे आ संभवतः नया किसिम के सिद्धांत आ एक्सपेरिमेंट सभ के जरूरत बाटे। कुछ प्रमुख सवाल बाड़ें:
स्टेलर मास स्पेक्ट्रम के उत्पत्ती कइसे होखे ला? मतलब ई की खगोल बैज्ञानिक लोग हमेशा ठीक एकही किसिम के स्टेलर मास सभ के बितरण—सुरुआती मास फंक्शन—काहें देखे ला, जबकि आभासी रूप से सुरुआती दसा कुछऊ रहल होखे? तारा आ ग्रह सभ के निर्माण के बारे में अउरी गहिराई से जानल अभिन ले बाकी बा।
का ब्रम्हांड में अउरियो कहीं जीवन बाटे? बिसेस रूप से, अउरियो कहीं बुद्धिमान जीवन बा कि नाहीं? अगर अइसन होखे, फर्मी पैराडॉक्स के का होखी? अउरी दूसर कहीं जिनगी के होखले के बैज्ञानिक आ दार्शनिक परभाव बहुत महत्व के बाड़ें। सौर मंडल नार्मल बाटे कि एटिपिकल (atypical)?
डार्क मैटर आ डार्क एनर्जी के मूल प्रकृति का बाटे? इहे पूरा ब्रम्हांड (कोसमोस) के इवोल्यूशन आ नियति के भारी रूप से परभावित करे लें, तब्बो अभिन ले इनहन के बारे में बहुत जानकारी ना बाटे।